फिजिक्स का जनक सर आइजक न्यूटन को कहते है। फादर ऑफ फिजिक्स की उपाधि कई वैज्ञानिकों को दी गई है। लेकिन एक आदमी जिसे व्यापक रूप से आधुनिक भौतिकी के अग्रणी के रूप में पहचाना जाता है। वह सर आइजक न्यूटन है।
1643 में इंग्लैंड में जन्मे न्यूटन एक गणितज्ञ, भौतिक विज्ञानी और खगोलशास्त्री थे, जिन्होंने यांत्रिकी, प्रकाशिकी और कलन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
न्यूटन का सबसे प्रसिद्ध काम प्रिंसिपिया मैथेमेटिका नामक पुस्तक 1687 में प्रकाशित हुआ, जिसने शास्त्रीय यांत्रिकी की नींव रखी और इसे अब तक के सबसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक कार्यों में से एक माना जाता है।
न्यूटन ने गति के तीन नियमों को प्रस्तुत किया, जो गतिमान वस्तुओं के व्यवहार का वर्णन करते हैं और समझाते हैं कि बल उन पर कैसे कार्य करते हैं।
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न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के नियम को भी विकसित किया, जिसमें कहा गया है कि ब्रह्मांड में प्रत्येक वस्तु अपने द्रव्यमान और उनके बीच की दूरी के अनुपात में हर दूसरी वस्तु की ओर आकर्षित होती है।
न्यूटन ने प्रकाश और रंग के अध्ययन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। सर आइजक न्यूटन ने प्रदर्शित किया कि सफेद प्रकाश रंगों के एक स्पेक्ट्रम से बना है। न्यूटन ने पहला परावर्तक दूरदर्शी भी डिजाइन किया, जिसने खगोलविदों को दूर की वस्तुओं को अधिक स्पष्टता और सटीकता के साथ देखने की मदद की।
न्यूटन एक गहरे धार्मिक व्यक्ति थे, जो मानते थे कि विज्ञान में उनका काम ईश्वर की रचना को समझने का एक साधन है। फिजिक्स के क्षेत्र में सर आइजक न्यूटन का योगदान अभूतपूर्व था और आज भी वैज्ञानिकों को प्रभावित करता है।
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